धोनी के बुरे दिन, जुर्माने के बाद 'हितों में टकराव', डालमिया ने किया इंकार
कोलकाता। लगता है कि भारतीय वनडे टीम के कप्तान महेन्द् सिंह धोनी के दिन काफी बुरे चल रहे हैं, एक तरफ जहां उन पर बांग्लादेशी प्लेयर रहमान पर धक्का देने के जुर्म पर जुर्माना लगा है वहीं दूसरी ओर उन पर ‘हितों में टकराव’ संबंधी मामले में जांच का सामना करना पड़ सकता है।
हालांकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने स्पष्ट किया कि महेंद्र सिंह धोनी के ‘हितों में टकराव’ संबंधी मुद्दे पर उन्होंने कभी बीसीसीआई द्वारा जांच कराए जाने की बात नहीं कही।
जानिए बांग्लादेश से क्यों बुरी तरह हारा भारत?
मालूम हो कि ऐसी खबर है कि डालमिया ने धोनी से ‘हितों में टकराव’ संबंधी मुद्दे पर सफाई मांगी है, जबकि डालमिया ने कहा कि मैंने बस यह कहा था कि मैं वर्ष-2013 में जुलाई में हुई बीसीसीआई की बैठक में लिए गए फैसले को लागू कराना चाहता हूं जिसके मुताबिक सारे खिलाड़ियों को किसी खेल प्रबंधन कंपनी के साथ खुद के आर्थिक तौर पर सहभाही होने के संबंध में विस्तृत जानकारी देनी होगी।
जब धोनी की जगह विकेटकीपिंग करने लगे कोहली
क्योंकि ऐसी खबर है कि धोनी ने खेल प्रबंधन कंपनी रीति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड में 15 प्रतिशत हिस्सेदारी की है, जो कि नियम के हिसाब से खिलाड़ी नहीं कर सकता है। फिलहाल अभी कौन सच कह रहा है और कौन झूठ इसे कह पाना बहुत मुश्किल है। यहां आपको बता दें कि रीति स्पोर्ट्स कंपनी धोनी, सुरेश रैना और रवींद्र जडेजा के व्यावसायिक हितों का ध्यान रखती है। साथ ही इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीए) की फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) का विपणन का कार्य भी संभालती है।
धोनी के बुरे दिन, जुर्माने के बाद 'हितों में टकराव', डालमिया ने किया इंकार
No comments
Post a Comment