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आठ नामजद समेत 100 से अधिक लोगों पर दर्ज किया है केस


आठ नामजद समेत 100 से अधिक लोगों पर दर्ज किया है केस



सेक्टर 37 स्थित गारमेंट एक्सपोर्ट कंपनी में एक श्रमिक की मौत की अफवाह से बवाल मामले में पुलिस आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है।


पुलिस ने कंपनी में कई जगहों पर लगे सीसीटीवी की फुटेज ले लिया है। खेड़कीदौला थाना पुलिस ने आठ नामजद समेत सौ से अधिक पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है।


खेड़कीदौला थाना प्रभारी गुलाम मोहम्मद ने बताया कि रविवार को भी कंपनी आंशिक रूप से खुली रही। उन्होंने कहा कि लगभग एक हजार श्रमिक रविवार को आए थे। सोमवार को कंपनी पूरी तरह से खुलेगी। इसे लेकर क्यूआरटी समेत भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।


प्रभारी ने बताया कि आरेपियों की पहचान सीसीटीवी की मदद से मैनेजमेंट के साथ मिलकर कर रही है। नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है। कंपनी परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों व अन्य श्रोतों से प्राप्त फुटेज की जांच कर रहे हैं। इस घटना में कौन कौन श्रमिक शामिल थे।


रविवार को कंपनी प्रबंधन संबंधित अधिकारी कंपनी में आए थे। घटना का जायजा लेना शुरू कर दिया। कंपनी में उत्पादन शुरू नहीं हो पाया है। कंपनी को श्रमिकों की आपूर्ति करने वाले ठेकेदार से भी कंपनी प्रबंधन व जिला प्रशासनिक अधिकारी गत दिवस की घटना की जानकारी ले रहे हैं।


नुकसान का आकलन जारी-


श्रमिकों की हिंसा और आगजनी में कई कारें और बाइक जल गईं और छतिग्रस्त हो गई थी। कंपनी में भी तोड़फोड़ हुई, जिससे कंपनी का बड़ा नुकसान हुआ। नुकसान का कंपनी प्रबंधन यह आकलन कर रही है कि कितना नुकसान हुआ है।



यह कार्य रविवार को पुलिस और श्रम विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में शुरू भी हो गया है। जिला प्रशासन ने कंपनी के अंदर व बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया हुआ है, ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न हो सके।


श्रमिक नेताओं का है कहना :



मारुति सुजूकी प्लांट की कामगार यूनियन के महासचिव कुलदीप का कहना है कि ओरिएंट क्राफ्ट में घटित हुई घटना को जिला प्रशासन और कंपनी प्रबन्धन को गंभीरता से लेना होगा।


जिन इकाइयों में पूर्ण रूप से ठेकेदार के श्रमिक कार्य करते हैं, ज्यादातर उनमें ही ये समस्या उत्पन्न होती हैं क्योंकि वहां ठेकेदार श्रमिक यूनियन का गठन नहीं करने देते।


प्रशासन को यह पता करना हो कि इस प्रकार की समस्याएं किन किन कंपनियों में हैं और उनका कैसे समाधान निकाला जा सकता है।






आठ नामजद समेत 100 से अधिक लोगों पर दर्ज किया है केस

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